न तेरी कहेंगे, न मेरी कहेंगे जब तक चुनाव नही हो जाता, सब की कहेंगे, पद लेना है तो लेलो, कमाई का मौका है जीत गए तो अगले पांच साल फिर न मिलेंगे।